Hajj Kay Mahine Kay Ibtidai 10 Din

Book Name:Hajj Kay Mahine Kay Ibtidai 10 Din

न हो) का सामान, मसलन डेस्क, फ़ाइलें, फ़ॉर्मज़ वग़ैरा नहीं रख सकते । ٭ मस्जिद व फ़िनाए मस्जिद में मुस्तक़िल तावीज़ात, दारुस्सुन्नह, मदनी इनआ़मात का बस्ता नहीं रख सकते । ٭ मस्जिद व फ़िनाए मस्जिद में तन्ज़ीमी शोबाजात (मसलन क़ाफ़िला, मदनी इनआ़मात और तावीज़ात वग़ैरा) के बोर्डज़ मुस्तक़िल नहीं रख सकते । ٭ मस्जिद व फ़िनाए मस्जिद में अ़लाके़ का तन्ज़ीमी सामान मुस्तक़िल नहीं रख सकते । ٭ इजतिमाअ़ के इस्तिमाल के लिए लगाए गए साउन्ड के स्पीकर जो मस्जिद के न हों, इन्हें बादे इजतिमाअ़ फ़ौरन उठाने होंगे । ٭ मस्जिद में बदबूदार रीह़ ख़ारिज करना मोतकिफ़ व ग़ैरे मोतकिफ़ सब को ह़राम है और ग़ैरे मोतकिफ़ को मस्जिद में ग़ैर बदबू वाली रीह़ ख़ारिज करना मक्रूह है । ٭ मस्जिद व फ़िनाए मस्जिद को बदबू से बचाना वाजिब है । ٭ दुन्या की मुबाह़ (जाइज़) बातें बिला ज़रूरते शरइ़य्या करने को मस्जिद में बैठना ह़राम है । ٭ मस्जिद मुस्तह़कम व पाएदार हो, तो उस को तोड़ कर नई बनाना जाइज़ नहीं । ٭ मस्जिद की आमदनी मद्रसे में लगाना जाइज़ नहीं । ٭ मस्जिद की चटाइयां ई़दगाह वग़ैरा में नमाज़ वग़ैरा के लिए ले कर जाना जाइज़ नहीं । ٭ मस्जिद में ना समझ बच्चों को लाना, पागलों को लाना, झगड़े और आवाज़ बुलन्द करना मन्अ़ है । ٭ मस्जिद में अपने लिए सुवाल मन्अ़ है । ٭ बिला इजाज़ते शरई़ एक मस्जिद का सामान दूसरी मस्जिद में लगाना नाजाइज़ है । ٭ मस्जिद व फ़िनाए मस्जद में मदनी चेनल / VCD इजतिमाअ़ मुन्अ़क़िद करना मन्अ़ है । ٭ मस्जिद के मीटर्ज़ (बिजली, गेस) का किसी (जामिआ़, मद्रसे, पड़ोसी वग़ैरा) को कनेक्शन नहीं दे सकते । ٭ फ़िनाए मस्जिद में सामाने मस्जिद के इ़लावा (तन्ज़ीमी, जामिआ़, मद्रसे, मीलाद की सजावट वग़ैरा का) सामान नहीं रख सकते, उ़श्र वग़ैरा की बोरियां नहीं रख सकते । ٭ मस्जिद में वाके़अ़ क़ुरआने पाक रखने की अल्मारी में बस मस्जिद के क़ुरआने पाक ही रख सकते हैं, इस के इ़लावा दीगर सामान (मसलन मद्रसे की फ़ाइलें, तन्ज़ीमी कारकर्दगी फ़ॉर्म, रसाइल वग़ैरा) इस अल्मारी के न अन्दर रख सकते हैं और न ही इस के ऊपर ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد