Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441

Book Name:Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441

चेहरए अन्वर यूं लगता जैसे सूरज निकल रहा हो और कोई केहता : यूं लगता जैसे चौधवीं का चांद अन्धेरी रात में अपनी रौशनियां बांट रहा हो

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! आइए ! चन्द रिवायात सुनते हैं जिन में सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان ने रसूले पाक صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के जिस्मे अक़्दस के नूरानी औसाफ़ का ज़िक्र किया है चुनान्चे,

1.      एक सह़ाबी رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ फ़रमाते हैं : मैं, मेरी वालिदा और मेरी ख़ाला ने नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से बैअ़त की जब हम वापस लौटे, तो मुझ से मेरी वालिदा और ख़ाला ने फ़रमाया : मेरे प्यारे बेटे ! हम ने ह़ुज़ूरे अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मिस्ल ख़ूबसूरत चेहरे वाला, साफ़ कपड़ों वाला और नर्म कलाम वाला देखा, हम ने देखा कि आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के मुंह मुबारक से नूर निकलता था (خصائص کُبری،۱/۱۰۷)

2.      ह़ज़रते काब बिन मालिक رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ से मरवी है : नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ जब ख़ुश होते, तो आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का चेहरा ऐसा चमकता गोया कि वोह चांद का टुक्ड़ा है, हम उस चमक से ह़ुज़ूरे पाक صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की ख़ुशी मालूम करते थे (خصائص کُبری،۱/۱۲۳)

3.      उम्मुल मोमिनीन, ह़ज़रते आ़इशा सिद्दीक़ा رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا फ़रमाती हैं : रसूले करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ मेरे पास तशरीफ़ लाए इस ह़ाल में कि आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ किसी बात पर बहुत ख़ुश थे आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के चेहरए अन्वर के ख़दो ख़ाल बिजली की त़रह़ चमकते थे (بخاری، ۲/۴۸۸حدیث:۳۵۵۵)

4.      ह़ज़रते इबने अ़ब्बास رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُمَا से मरवी है : नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का साया नहीं था, जब भी सूरज के सामने ठेहरते, तो आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की रौशनी सूरज की रौशनी पर ग़ालिब रेहती (سبل الہدی و الرشاد ۲/۴۰)