Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441

Book Name:Har Simt Chaya Noor Hay 12th-Shab-1441

तमाम दुन्या की इमामत का ताज है, जो सारे आ़लम को रौशन करने वाला चराग़ है, मशरिक़ के जानवरों ने मग़रिब के जानवरों को ख़ुश ख़बरी दी, इसी त़रह़ समुन्दरों और दरयाओं के जानवरों ने एक दूसरे को येह ख़ुश ख़बरी सुनाई कि सरकारे मदीना صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की विलादते बा सआ़दत का वक़्त क़रीब गया (مواہب لدنیۃ،المقصدالاول، آیات حملہ،۱/۶۲)

सरकार की आमद...मरह़बा       सरदार  की  आमद...मरह़बा

प्यारे की आमद...मरह़बा                   अच्छे  की  आमद...मरह़बा

सच्चे की आमद...मरह़बा                   सोहने  की  आमद...मरह़बा

मोहने की आमद...मरह़बा        मुख़्तार  की  आमद...मरह़बा

पुरनूर की आमद...मरह़बा        सरापा नूर की आमद...मरह़बा

आमिना के फूल की आमद...मरह़बा

रसूले मक़्बूल की आमद...मरह़बा

मरह़बा या मुस्त़फ़ा      मरह़बा या मुस्त़फ़ा

मरह़बा या मुस्त़फ़ा      मरह़बा या मुस्त़फ़ा

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!       صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

          ऐ आ़शिक़ाने रसूल ! बयान कर्दा वाक़िआ़त से मालूम हुवा ! हमारे प्यारे आक़ा صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की पैदाइश से पेहले बहुत से अनोखे वाक़िआ़त ज़ाहिर हुवे । सारी काइनात में ख़ुशियों की लेहरें दौड़ गईं, गोया आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की पैदाइश की बरकत से हर त़रफ़ नूर छा गया । सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان वक़्तन फ़ वक़्तन नूर की झल्कियां आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के वुजूदे अक़्दस में मुलाह़ज़ा किया करते थे, येही वज्ह है कि जब भी कोई सह़ाबी, सरकारे मदीना صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का ह़ुल्या मुबारक बयान करता, तो आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की नूरानिय्यत को कभी चांद से तश्बीह देता, तो कभी सूरज की मिस्ल ठेहराता, कोई केहता कि आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का